सोमवार 18 मई 2020 ! ,"दिलों का उत्सव संगीत" ---"जब सुर खनकते हैं बेजान साजो से, आवाज के पंखों पर, उड़ने लगता है कोई गीत, झूम-झूम लहराता है यह दिल, क्योंकि ,दिलों का उत्सव है संगीत ! संगीत अपने आप में पूर्ण संसार है, चमत्कार है ! अनुसंधान और प्रमाणों से भी यह साबित हो गया है की संगीत का जहां कहीं भी जिस किसी रूप में जिस किसी प्राणी पेड़ पौधे ,मनुष्य ,जीव जंतुओं पर प्रयोग किया तो परिणाम चमत्कारिक ही आए हैं ! क्या आप जानते हैं की संगीत में मन शरीर और आत्मा को ताकतवर बनाने के तत्व पूर्ण रूप से मौजूद होते हैं! भारतीय आचार्यों ने मनीषियों ने संगीत के बारे में कहा है --"भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में अगर सहारा मिलता है तो वह है संगीत " जो ईश्वर का सबसे बड़ा वरदान है ! इसमें दिल और दिमाग दोनों को सुकून मिलता है ! मनोवैज्ञानिकों का कहना है की मनो रोगों से अगर दूर रहना है तो संगीत के करीब जाइए इसमें आध्यात्मिक शांति मिलती है ! अगर सही अर्थों में संगीत समझ में आ जाए तो संसार के कण-कण में संगीत है ! यदि वाद्य यंत्रों में संगीत है, तो पक्षियों की आवाज में भी, पेड़ पौधों के पत्तों की सरसराहट में संगीत है, तो नदियों की कलकल में भी ,बरसात की रिमझिम फुहारों में संगीत है, तो चलती पुरवाई में भी ! मतलब संपूर्ण प्रकृति, प्राकृतिक संगीत का दरिया है ! आज की भागम भाग और तनाव भरी जिंदगी में कुछ वक्त अपने और अपनों के लिए निकालिए ,मनपसंद संगीत सुन, तनाव मुक्त हो मनो विकारों से दूर रहिए !
हामिदा कुरैशी
सम्पर्क अधिकारी , करियर महाविद्यालय ,भोपाल
हामिदा कुरैशी
सम्पर्क अधिकारी , करियर महाविद्यालय ,भोपाल
प्रिय हमीदा जी। आपके द्वारा किए गए संगीत के वर्णन से मेरा मन और मस्तिष्क दोनों झन्कृत हो गये । आपका प्रयास अत्यंत ही सराहनीय है कृपया निरन्तरता बनाए रखें।
ReplyDeleteNicely explained
ReplyDeleteIt was indeed a very stress relieving blog.
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteSo nice Hamida mem
ReplyDeleteSo nice mem
ReplyDeleteDr. Manik Sharma
awesome mam
ReplyDeleteVery nice madam
ReplyDeleteGreat job.
ReplyDeleteVery nice madam
ReplyDeleteMam...your writing inspires me
ReplyDeleteवाकई संगीत का हमारे जीवन में बड़ा महत्वपूर्ण स्थान है।...अतिसुन्दर लेखन ।
ReplyDeleteIt was really a nice musical post
ReplyDeleteMesmerizing
ReplyDeleteNice Hamida madam
ReplyDeleteWow mam.
ReplyDeleteNice combination of beautiful words....
Ati sundar aapne badi sundarta se ek ansamjhe aabhas ko sundar shabdon me piroya hai jis se na keval sangeet ki vishesta apitu uske abhaas ko samajhne hetu shabd mile...dhanyvad ati abhaar..
ReplyDeleteAmazingly written....Sangeet
ReplyDeleteVery nice hamida Madam
ReplyDeleteVery nice hamida Madam
ReplyDeleteBahut sundar mam
ReplyDeleteExcellently written Hamida madam
ReplyDeleteआप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद मुझे प्रोत्साहित करने के लिए !
DeleteExcellently expressed
ReplyDeleteNature with Melody ......beautiful
ReplyDeleteBeautiful!!
ReplyDeleteBeautiful combination of nature and music
ReplyDeleteAmazing
ReplyDeleteमाननिया , सुंदर लेखन 🙏 संगीत तो अद्भुत ईश्वरीय वरदान है और स्वयं नटराज श्री शिव इसके अधिष्ठाता माने गए हैं । सम्पूर्ण भारतीय संगीत शास्त्र अपनी विभिन्न शैलियों में समयानुसार वादन हेतु निर्धारित राग - रागीनियों मेे बद्ध है और उन सभी पर बहुत शोध भी हुए है जो सर्व मान्य है । विभिन्न प्रहर मेे अलग अलग राग अपना उचित अधिकतम प्रभाव प्रदान करते हैं ।पश्चिमी जगत में तो वर्तमान में बहुत से बड़ी शल्य चिकित्सा मेे रोगी के द्वारा पीड़ा निवारण हेतु संगीत के उपयोग का उल्लेख निरंतर हो रहा है । कोलकोता मेे भी एक ऐसा प्रयोग हुआ है । एक फिल्मी गीत है (शायद श्री हेमन्त कुमार ने गाया है ) - संगीत है शक्ति ईश्वर की ,हर सुर मेे बसे हैं राम , रागी जो सुनाए राग मधुर ,रोगी को मिले आराम ...
ReplyDeleteविश्व का हर हृदय ,चाहे वह जड़ में या चेतन में , संगीत से झंकृत है और जुड़ा हुआ है । सम्राट अकबर ,तानसेन और गुरु हरिदास जी की कथा इस सम्बन्ध में सदैव उल्लेखित है । संगीत अंतहीन है और इसका प्रभाव भी । बहरहाल ,एक अच्छे विषय पर अत्यंत प्रभावी लेखन हेतु बधाई । शुभकामना