प्रबंधन लंखांकन के क्षेत्र मे रोजग़ार की संभावनाए

प्रबंधन लेखांकन वह शब्द है जिसका उपयोग लेखांकन विधियों प्रणालियों और तकनीको का वर्णन करने के लिए किया जाता है। जो कि विशेष ज्ञान व क्षमता के साथ मिलकर प्रबंधन के लाभ को अधिकतम करने या नुकसान को कम करने के अपने कार्य में सहायता करता है। प्रबंधन लेखांकन का मुख्य उद्देश्य लेखांकन जानकारी के आधार पर व्यावसायिक समस्याओं को हल करने और वैज्ञानिक निर्णय लेना है। प्रबंधन लेखांकन एक सुसंगत, संपूर्ण, वित्तीय लेखांकन, लागत लेखा और वित्तीय प्रबंधन के सभी पहलुओं का एक साथ सम्मिश्रण है। इस प्रकार हम कह सकते है कि, प्रबंधन लेखांकन का दायरा बहुत ही व्यापक है इसके द्वारा व्यवसाय का वित्तीय विश्लेषण और व्यवसाय संचालन करने में मदद मिलती है। इंस्टीटयूट आॅफ मैनेजमेंट एकाउंट्स (आईएमएफ) के अनुसार प्रबंधन लेखांकन के द्वारा हम वित्तीय योजना, विश्लेषण, नियंत्रण, निर्णय की योग्यता प्राप्त कर सकते है। इसी कारण जब भी हम प्रबंधन लेखांकन व उससे संबंधित उपलब्धियों की बात करते है तो हमें इस क्षेत्र में व्यापक स्कोप दिखाई देता है बस आवश्यकता इस क्षेत्र में योग्यता एवं निपुणता की है। इसके लिए इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटिंग ऑफ इंडिया (सीएमए) जो की एक प्रोफेशनल कोर्स है से डिग्री प्राप्त करने के साथ ही बेहतर कॅरियर की संभावनाएं बन जाती है। क्योंकि सीएमए उपाधि के उपरांत लेखांकन के क्षेत्र में आपको वृहद अवसर प्राप्त होते है चाहे वह निजी क्षेत्र हो या सरकारी क्षेत्र हो।



इस आधार पर हम प्रबंधन लेखांकन के क्षेत्र की उपलब्धियों को समझ सकते है जैसे कि:
  • लेखाकर (एकाउंटेंट) की आवश्यकता हर संस्थान को होती है यह पद अपने आप में महत्वपूर्ण व कई प्रकार की विशेषताओं से संपन्न है, जिनका कार्य खातो की समीक्षा करना, जर्नल व सामान्य खाताबहि प्रविष्टियाँ, वित्तीय रिपोर्ट तैयार करना एवं साथ ही आंतरिक नियंत्रण और बुनियादी लागत लेखांकन का परीक्षण शामिल होता है। 
  • फाइनेंशियल एनालिस्ट: इनका कार्य वित्तीय मॉडलिंग, बजट तैयार करने और पूर्वानुमान तैयार करने में प्रबंधकों को सहायता प्रदान करना है विश्लेषण करते रहना व समय≤ पर प्रबंधको को रिपोर्ट करना इनका मुख्य कार्य है। 
  • लेखांकन प्रबंधन (एकाउंटिंग मैनेजर): यह नियंत्रक को रिपोर्ट करते है जिसमे कि सामान्य खाता बही व वित्तीय समापन का लेखा होता है । यह इनके प्रमुख दायित्व में से एक हैं। लेखा प्रबंध अधिकरत बाहरी लेखा परीक्षकों के साथ संपर्क में रहते है व लेखे से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यो के लिए उत्तरदायी होते है।
  • उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट): इनका कार्य वित्तीय योजना व उनका विश्लेषण व कर्मचारियों का नेतृत्व करना एवं आम तौर पर सीएफओ को रिपोर्ट करना शामिल है। यह कॉर्पोरेट रणनीति को अंतिम रूप देने और लागू करने के लिए जिम्मेदार होते है। इनका कार्य लाभप्रदता एवं लागत नियंत्रण से भी जुड़ा हुआ रहता है। बाजार उत्पादो व सेवाओ के विकास के लिए व्यावसायिक मामलो का विश्लेषण करने में भी केंद्रीय भूमिका निभाते है। 
  • कोषाध्यक्ष: नकद संचालन, नकद पूर्वानुमान, ऋणदाता संबंधों और काॅरपोरेट स्टाॅक योजनाओं के लिए जिम्मेदार प्रबंधको और कर्मचारियों का नेतृत्व करना इनका कार्य है। सीएफओ को रिपोर्ट करना इनका दायित्व है। यह वित्तपोषण रणनीति के जानकार होते है और बाहरी एजेंसियों के साथ संचालन का नेतृत्व करते है।
  • नियंत्रक: यह वरिष्ठ की भूमिका मे होते है सीधे सीएफओ को रिपोर्ट करते है। नियंत्रक सभी वित्तीय रिपोर्टिंग और लेखांकन कार्य के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों का प्रबंधन करते है। जिसमे आंतरिक व बाहरी विवरण शामिल होते है। इसके कार्यो में आंतरिक नियंत्रण प्रणाली को लागू करना, लेखा प्रणाली की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना और व्यावसायिक प्रदर्शन की निगरानी करना शामिल होता है। 
  • सीएफओ (चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर): वरिष्ठ नेतृत्व टीम के सदस्य के रूप में सीएफओ, सीईओ का प्रमुख सलाहकार होता है। सीएफओ के लिए प्राथमिकताओं में पूरे व्यवसाय के लिए पूंजी की आवश्यकताओं का अनुमान लगाना, उधारदाताओं व निवेशकों के साथ संबंध स्थापित करना और विलय व अधिग्रहण के अवसरो का मूल्यांकन करना शामिल होता है। सीएफओ अधिकतर निवेश विश्लेषकों, नियामक अधिकारियों और समाचार मीडिया से लगातार संवाद स्थापित करता रहता है। इनकी अतिरिक्त जिम्मेदारियों में सभी वित्तीय रिपोर्टिंग और लेखा संचालन, सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संचालन आदि कार्य शामिल है।  
  • इसके अलावा और भी कई प्रकार के पद हमे सरकारी व निजी क्षेत्रो की संस्थाओं व इंडस्ट्री में देखने को मिल जाते है जिससे हम यह निष्कर्ष निकाल सकते है कि प्रबंधन लेखांकन का क्षेत्र हर जगह व्याप्त है जहां तक पारिश्रमिक की बात की जाए तो 6 लाख प्रतिवर्ष से लेकर 50 लाख प्रतिवर्ष तक की आय इस क्षेत्र में आज के दौर में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कंपनियों व संस्थाओं द्वारा प्रदान की जा रही है । इस प्रकार हम कह सकते है कि प्रबंधन लेखांकन में प्राप्त योग्यता व निपुणता आपको जीवन में नित नई ऊंचाइयां प्रदान कर सकता है। 


रजनीश तिवारी
सहायक प्राध्यापक
वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय
कॅरियर काॅलेज, भोपाल

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